हैलो दोस्तों जैसा कि हमें पता है कि हमारे देश भारत में लोकतंत्र का महापर्व चल रहा है चुनाव आयोग ने पहले ही घोषणा किया की लोकसभा का चुनाव सात चरण में संपन्न कराया जाएगा पहले और दूसरे चरण के चुनाव पहले ही संपन्न हो गए हैं जिसमें मतदान का प्रतिशत पहले की तुलना में कुछ घटा है। 7 मई को तीसरे चरण का मतदान होना है आज अहमदाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोट डाला और साथ ही देशवासियों से भारी संख्या में मतदान करने की अपील की। साथ ही दुनिया को यह संदेश दिया कि भारत की चुनाव प्रक्रिया से सीख लें।
7 मई को तीसरे चरण के चुनाव में 11 राज्य में 93 सीटों पर 1331 उम्मीदवार का भाग्य का फैसला होना है। 120 महिला प्रत्याशी भी चुनाव में अपने भाग्य आजमा रही है। गुजरात के सूरत सीट पर भाजपा प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हैं। पश्चिम बंगाल के जंगीपुर में टीएमसी के बूथ अध्यक्ष और भाजपा उम्मीदवार धनंजय घोष के बीच झड़प का खबर सामने आया है। भाजपा उम्मीदवार धनंजय घोष ने बोला कि वह उम्मीदवार की तरह वोट देने गए थे और और टीएमसी के बूथ अध्यक्ष उनको धमकी देने लगे जब एक उम्मीदवार के साथ इस तरह के व्यवहार किया जा रहा है तो फिर आम आदमी के साथ कैसा व्यवहार होगा। तीसरे चरण में गुजरात के गांधीनगर सीट पर भाजपा के उम्मीदवार और हमारे वर्तमान के गृह मंत्री अमित शाह के भाग्य का फैसला होना है।
जैसा कि हमें ज्ञात है कि चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 के तारीखों का पहले ही ऐलान कर दिया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव को 7 चरण में संपन्न कराया जाएगा। 19 अप्रैल से पहले चरण शुरू होगा और 1 जून को सातवां चरण संपन्न होगा और चुनाव के नतीजे 4 जून को आएंगे। चुनाव आयोग ने वोटिंग डाटा को जारी करते हुए बताया था कि पहले चरण में 66.14 और दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत मतदान हुआ है और दोनों चरणों में मतदान में कमी दर्ज की गई है। चुनाव आयोग के अनुसार पहले चरण में लक्षद्वीप में सबसे अधिक जबकि बिहार में कम प्रतिशत में मतदाता ने मतदान किया और दूसरे चरण में मणिपुर मतदान करने के मामले में सबसे आगे रहा और उत्तर प्रदेश में सबसे कम प्रतिशत में मतदान हुआ।
बीतें दिनों पहले हमने देखा कि हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान में किस तरह से चुनाव हुआ। मतदान की प्रक्रिया बैलेट पेपर से संपन्न कराया गया और उसमें कितनी धांधली नजर आई। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में हमने देखा कि मतदान की गणना करते वक्त अलग-अलग पार्टी के दबंगो और बदमाशों ने किस तरह से दखल दिया और निष्पक्ष मतों की गणना नहीं होने दिया। हमारे देश में आज विपक्षी पार्टी ईवीएम मशीन के भरोसे पर जहां सवाल उठा रही है और बैलेट पेपर पर चुनाव कराने की मांग कर रही है। उन्होंने इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दर्ज कराया था और सुप्रीम कोर्ट ने इस पर फैसला दिया था कि आज के समय में बैलेट पेपर पर चुनाव करना उचित नहीं होगा और इस मामले में चुनाव आयोग का फैसला अंतिम फैसला होगा।