19 अप्रैल से शुरू हुए लोकतंत्र के महापर्व Loksabha Election 2024 की आखिरी चरण की वोटिंग 1 जून को देश के 7 राज्य और 1 केंद्र शासित प्रदेश के 57 सीट पर 58.34% के साथ सम्पन्न हुई। झारखंड में सबसे अधिक और बिहार में सबसे कम मतदान हुआ। इस चरण में प्रधानमंत्री मोदी, अनुराग ठाकुर, मीसा भारती, रवि किशन, कंगना रनौत, पवन सिंह जैसे दिग्गज मैदान में है। उत्तर प्रदेश की 14, पंजाब की 13, पश्चिम बंगाल के 9, बिहार के 8, उड़ीसा के 6, हिमाचल प्रदेश के 4, झारखंड के 3 सीटों के लिए मतदान पूरा हुआ। उत्तर प्रदेश के वाराणसी सीट से प्रधानमंत्री मोदी लगातार तीसरी बार मैदान में हैट्रिक लगाने के लिए तैयार है। उनके विरोध में कांग्रेस के प्रत्याशी अजय राय मैदान में हैं।
Loksabha Election 2024: सातवां चरण संपन्न। किसकी बनेंगी सरकार। |
एनडीए और इंडिया गठबंधन के नेताओं की ओर से अपने-अपने जीत के दावे किए जा रहे हैं। बीजेपी जहां अपने 400 पार के नारे के साथ जीत के दावे कर रही है। वहीं इंडी गठबंधन के नेताओं का कहना है कि 4 जून के नतीजे सबको चौंका देने वाले रहेंगे।और इंडी गठबंधन पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। उनके अनुसार भाजपा इस बार चुनाव में हार जाएगी। जबकि सातों चरण की सफलतापूर्ण मतदान के बाद सभी न्यूज़ चैनल के एग्जिट पोल में एनडीए गठबंधन को 300 से ज्यादा सीटें मिलते नजर आ रही है।
प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और भाजपा के अध्यक्ष जे पी नड्डा पूरी तरह आश्वस्त है कि मोदी जी तीसरे टर्म के लिए प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। और जनता इस बार उन्हें पूर्ण बहुमत के साथ भारी मतों से जीत दिलाने वाली है। इंडी गठबंधन के नेताओं के अलग-अलग दावे हैं, जिसमें सबने अपने-अपने अनुमान बताया कि किसको कितनी सीटें मिलेगी। सपा के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पहले ही कह दिया है कि देश की 140 करोड़ जनता एनडीए को इस बार 140 सीट के लिए तरस देगी। पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एनडीए को 200 से कम सीटे मिलने का अनुमान बताया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी समेत तमाम विपक्षी नेताओं का कहना है कि एनडीए इस बार 200 के अंदर ही सिमट जाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी अपने चुनावी रैली में एनडीए को बहुमत से कम सीटे मिलने और इंडी गठबंधन की सरकार बनने की भविष्यवाणी कर चुके हैं।
इधर प्रधानमंत्री मोदी के सातवें चरण के चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद कन्याकुमारी में स्थित विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे का ध्यान लगाने की बात से विपक्षी गठबंधन के नेता बड़ा परेशान नजर आएं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी के इस ज्ञान को नौटंकी बताते हुए कहा कि मोदी को जब ध्यान ही करना था तो अपने घर पर ही कर सकते थे तो फिर वह इसके लिए दिखावा क्यों कर रहे हैं। परंतु प्रधानमंत्री मोदी अपने शैली में ही चुनावी प्रचार करते हैं और अपने ही अंदाज में कब क्या करना है यह फैसला खुद लेते हैं।
1 जून को 57 सीटों पर मतदान होने के साथ ही Loksabha Election 2024 के सातों चरण के मतदान संपन्न हो गए जिसके बाद सभी न्यूज़ चैनल अपने अपने एग्जिट पोल में एनडीए को 300 से ज्यादा सीट मिलने का अनुमान बता रहे हैं। कांग्रेस की ओर से पहले तो एग्जिट पोल का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया गया और कहा गया कि कांग्रेस का कोई भी प्रवक्ता इस बार एग्जिट पोल के डिबेट में शामिल नहीं होंगा। लेकिन 1 जून को देर शाम इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद पवन खेड़ा ने ट्वीट करके जानकारी दी कि विपक्षी दल के प्रवक्ता एग्जिट पोल के डिबेट में भाग लेंगे।
4 जून दिन मंगलवार को सुबह 8:00 बजे से ही रुझान आने शुरू हो जाएंगे और 2:00 बजे तक स्थिति लगभग स्पष्ट हो जाएगी कि इस बार किसकी सरकार बनेगी। मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे या फिर मल्लिकार्जुन खड़के के नेतृत्व में कांग्रेस इस बार मोदी को हराने में सफल हो जाएगी और इंडिया गठबंधन वाले अपने सरकार बन पाएंगे।
इधर बिहार के पाटलिपुत्र सीट से रामकृपाल यादव जीत के लिए मैदान में खड़े हैं। वहीं उनके विरोध में लाल यादव की बेटी मीसा भारती उनसे पंगा लेने के लिए मैदान में खड़ी है। लेकिन मीसा पिछले दो चुनाव से इस सीट पर हारते आ रही है। और हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से कंगना रनौत इस बार भाजपा की ओर से लोकसभा के चुनाव में अपने भाग्य को आजमा रही हैं। बिहार के काराकाट संसदीय क्षेत्र सबसे ज्यादा चर्चा में है क्योंकि इस सीट पर इस बार भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह निर्दलीय सीट से मैदान में खड़े हैं वहीं उनके विरोध में रालोसपा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा जो कि एनडीए गठबंधन की ओर से चुनाव मैदान में खड़े हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने पत्रकारों के सवाल पर पवन सिंह के बारे में यह बोला कि उनके साथ बस लफुआ की टोली हैं। जबकि पूरी काराकाट की जनता इस बार उन्हें जीत दिलाकर सीधे संसद में भेजेंगी।
इंडिया गठबंधन के नेता जहां यह कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने 10 साल में किया ही क्या है। वही मोदी का कहना है 10 साल में हमने जो विकास किया वह तो सिर्फ ट्रेलर था और अगले 5 साल में देश को बहुत आगे ले जाना हैं।
अब देखना यह होगा कि एग्जिट पोल में बताए गए भविष्यवाणी और 4 जून को आए रुझान में कितनी समानता है। मोदी जी 3.0 तीसरे टर्म के प्रधानमंत्री बनते हैं या फिर इंडी गठबंधन की नई नवेली सरकार बनती हैं।